औषधीय पौधों की खेती
भूमिका भारत एवं पूरे विश्व में औषधीय एवं सुगंधित पौधों की मांग निरंतर बढ़ रही है और इस विषय पर कार्य कर रहे दुनिया भर के वैज्ञानिकों का मत है कि इस मांग में निरंतर बढ़ोत्तरी की सम्भावनाएँ हैं। भारत में लगभग 8 हजार करोड़ रुपयों की औषधीय पौधें से बनी दवाओं का बाजार है। अभी लगभग 80 प्रतिशत औषधीय पौधे प्राकृतिक स्त्रोतों से प्राप्त किये जाते हैं। परन्तु जंगलों के कट जाने और बढ़ती हुई मांग के कारण प्राकृतिक स्त्रोतों से औषधीय पौधों की मांग को पूरा करना कठिन होता जा रहा है। अनेक औषधीय पौधे तो दुर्लभ हो गये हैं और अनेक पौधों की प्रजातियाँ विलुप्त हो गई हैं। इन कठिनाईयों के कारण औषधीय पौधों की खेती करना आवश्यक हो गया है। भारत में औषधीय पौधों की खेती को बढ़ावा देने के लिए केंद्र एवं विभिन्न राज्य सरकारों द्वारा कार्यक्रम चलाए जा रहे हैं। झारखंड की जलवायु, जमीन औषधीय पौधों की खेती के लिए अत्यंत उपयुक्त है। छिटपुट रूप में औषधीय पौधें की खे...